August 1, 2011

हीर

ख़्वाबों की मैं हीर ~

सोने लगी तो रानी थी ~

जागी तो फकीर

2 comments:

रश्मि प्रभा... said...

चंद शब्द और कहाँ से कहाँ ....

Pranitha said...

these 3 lines express whole life...2 million things in this...how amazing